Saturday, June 25, 2011

धर्म और कानून एक दूसरे के पूरक हैं

धर्म और कानून एक दूसरे के पूरक हैं। शासक समूची जनता और हर तरह के आचरण को दंड के भय से व्यवस्थित नहीं कर सकता था, इसलिए, मनीषियों ने धर्म- अधर्म, पाप- पुण्य और स्वर्ग- नरक की अवधारणा प्रस्तुत की।

No comments:

Post a Comment