Saturday, February 6, 2010

२८. विधियोग सप्तक

विधियोग विधि का मानवीकरण है।
विधियोग समाज का मानवीकरण है।
विधियोग राष्ट्र का मानवीकरण है।
विधियोग विश्व का मानवीकरण है।
विधियोग ब्रह्माण्ड का मानवीकरण है।
विधियोग 'विधियोग' (शब्द) का मानवीकरण है।
विधियोग योग का मानवीकरण है।

अखिल ब्रह्माण्ड योगमय है, योग के अधीन है और नियमबद्ध है।
विधियोग जोड़ने वाली विधि है , विधियों को भी जोड़ने वाली विधि है, इसीलिए यह विधियोग है यह नियम पालन पर विशेष ध्यान देते हुए गमनशील है , इसीलिए यह विधियोग है
वि= विशेष रूप से;
धि= बुद्धि , ध्यान देना ;
यो= जो;
= गमन करना , यात्रा करना ।
यह विधियोग का एक तात्पर्य है

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