Thursday, October 30, 2014

अफवाहों और बकवासों पर ध्यान देना उचित नहींपिछले १९ मार्च के पूर्ण चन्द्र के बारे में ज्योतिषियों ही नहीं अपितु वैज्ञानिकों की भी नकारात्मक भविष्यवाणियों से अखबार भरे हुए थेइसके विपरीत मैंने एक सकारात्मक व्याख्या प्रस्तुत किया था जिसकी पुष्टि अन्ना हजारे आन्दोलन , भारत को विश्वकप प्राप्त होना, ओसामा का अंत इत्यादि घटनाओं से होती हैमेरे दृष्टिकोण को मेरे ब्लॉग पोस्ट दि० १९//११ पर देखा जा सकता हैयह पोस्ट मैंने कुछ मित्रों को इमेल किया तो उन्होंने इसे एक व्यंग कहा था।

No comments:

Post a Comment