Saturday, March 19, 2011

होली एवं न्याय दर्शन - सत्यमिति सिद्धांत

झूठ, आडम्बर, मिथ्याभिमान कितने भी शक्ति शाली हों, जलकर भष्म हो जाते है। केवल सत्य शेष बचता है। होलिका के जलने और प्रहलाद के सुरक्षित रहने का यही अभिप्राय है। यही सत्य का विज्ञान है। इसे मैं "सत्यमिति" ("science of truth" or "mathematics of truth") के रूप में प्रस्तावित करता हूँ। कोशिश करूँगा इस शीर्षक से एक पुस्तक लिखने की।

1 comment:

  1. Asura or aisi shaktiyan kewal badha bhar utpann kar sakti hain.
    Ashutosh

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